अब तो जन मानस खुद को संभाल, खुद के साथ परिवार की कर देखभाल। अब तो जन मानस खुद को संभाल, खुद के साथ परिवार की कर देखभाल।
कहना तो अब जो दिल में है जरूरी है। कहना तो अब जो दिल में है जरूरी है।
तेरा कोई ना होगा अभी क्यों दिवाली मना रहा है ? तेरा कोई ना होगा अभी क्यों दिवाली मना रहा है ?
मुझे तुम्हारा कुछ भी 'जरूरी' नहीं होना मुझे जरूरी बस 'तुम्हारा' होना। मुझे तुम्हारा कुछ भी 'जरूरी' नहीं होना मुझे जरूरी बस 'तुम्हारा' होना...
दूरियां बना कर रहो दूरियां बना कर रहो
हर एक रिश्ते की, नींव होती है विश्वास। हर एक रिश्ते की, नींव होती है विश्वास।